Charak Samhita – Introduction

चरक संहिता – परिचय

1. चरक संहिता के मूल उपदेष्टा हैं _________

Answer
आत्रेय पुनर्वसु

2. चरक संहिता के तंत्रकर्ता हैं _________।

Answer
अग्निवेश

3. चरक संहिता के प्रतिसंस्कर्ता हैं __________।

Answer
चरक

4. चरक संहिता के द्वितीय प्रतिसंस्कर्ता या पूरक हैं __________

Answer
दृढबल

5. दृढ़बल द्वारा पूरित अध्यायों की कुल संख्या ______ है, जिसमें चिकित्सा स्थान के ______ अध्याय, कल्पस्थान के ______ अध्याय, और सिद्धिस्थान के ______ अध्याय शामिल हैं ।

Answer
41, 17, 12, 12

6. इन्द्रियस्थान का दूसरा नाम ________ स्थान है ।

Answer
अरिष्टस्थान

7. चरक संहिता पर लिखी गई मुख्य टीकाओं में से चक्रपाणिदत्त द्वारा लिखित टीका का नाम _________ है, जिसका काल ______ शदी है । [BHU 2013]

Answer
आयुर्वेददीपिका, 11वीं

8. भट्टार हरिचन्द्र की टीका का नाम ________ है और इसका काल ________ शदी है ।

Answer
चरकन्यास, 6

9. कविराज गंगाधर राय द्वारा लिखित टीका ____ तथा ____ शदी में लिखी गई । [BHU 2006]

Answer
जल्पकल्पतरु, 18वीं

10. नरदत्त, जो कि चक्रपाणिदत्त के गुरु थे, उन्होंने ___________ नाम की टीका ___________शताब्दी में लिखी । [MH 2013]

Answer
बृहत्तंत्रप्रदीप; 10-11वीं

11. ___________ नाम की टीका 16वीं शताब्दी में शिवदास सेन द्वारा लिखी गई थी ।

Answer
चरकतत्त्वप्रदीपिका

12. चरक पञ्जिका के टीकाकार ___________ तथा काल _________ हैं ।

Answer
स्वामीकुमार, 9वीं

13. ___________टीका 20वीं शताब्दी में अपूर्ण थी और इसके टीकाकार ज्योतिष चन्द्र सरस्वती हैं।

Answer
चरक प्रदीपिका

14. श्रीकृष्ण वैद्य की टीका चरकभाष्य और नरसिंह कविराज की टीका चरकतत्वप्रकाशकौस्तुभ दोनों टीकाएँ ___________शताब्दी की हैं।

Answer
11वीं

15. सम्भाषा परिषद् के विषयों के सन्दर्भ में रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए – [NIA 2012]

परिषद्अध्यायस्थान/आयोजकविषय
च.सू. 1दीर्घञ्जीवितीयमध्ययाम् पार्श्व हिमवतः शुभे (53 ऋषि)A
च.सू. 12वातकलाकलीय्याध्यायम्(8 ऋषि, 8 प्रश्न)B
च.सू. 25यज्जपुरुषीय्याध्यायम्(9 आचार्य)C
च.सू. 26आत्रेयभद्राकापीय्याध्यायम्काशी/काशीपति वामकD
च.शा. 3खुड्डिका गर्भाक्रान्ति शारीरम्चित्ररथम (10 ऋषि)E
च.शा. 6शारीरविचयाशारीरम्(8 ऋषि, 9 प्रश्न)F
च.सि. 11फलमात्रासिद्धिम्दृढ़बल द्वारा (10 ऋषि)G
Answer
A = आयुर्वेदावतरण/रोगोत्पत्ति, B = त्रिदोष गुणधर्म विवेचन, C = राशिपुरुष एवं व्याधि, D = सम्यक् आहाररस विनिश्चयार्थ, E = गर्भोत्पत्ति विचार, F = गर्भ में प्रथम अङ्गोत्पत्ति, G = निरूह बस्ति हेतु सर्वोत्तम फल विनिश्चयार्थ

16. आचार्य दृढबल ने _______ शताब्दी में ___________ विधि से चरक संहिता को पूरित किया ।

Answer
चौथी, शिलोच्छवृति विधि

चरक संहिता विशिष्ट बिन्दु :

17. हेतु चतुष्ट्य – __________

Answer
अयोग, अतियोग, मिथ्यायोग, समयोग (च. सू. 8)

18. त्रिविध हेतु संग्रह – ________

Answer
अयोग, अतियोग, मिथ्यायोग

19. त्रिविध ज्ञानोपाय – ___________

Answer
अध्ययन, अध्यापन, तद्विधसम्भाषा (च. वि. 8)

20. त्रिविध रोग ज्ञानोपाय (त्रिविध ज्ञान संग्रह) – ______________

Answer
आप्तोपदेश, प्रत्यक्ष, अनुमान (च. वि. 4)

21. त्रिविध बोध्य संग्रह – _______

Answer
प्रकृति, अधिष्ठान, समुत्थान (च. सू. 18)

22. अर्थद्वय – ___________

Answer
आरोग्य, इन्द्रियविजय। (सदवृत्त परिपालन से प्राप्ति) च. सू. 8

23. त्रिसूत्र/त्रिस्कन्ध -__________ [HRPSC – 2013]

Answer
हेतु, लिङ्ग, औषध (च. सू. 1)

24. स्कन्धत्रय – ___________

Answer
हेतु, दोष, द्रव्य

25. त्रिविध आश्रय / वेदनाधिष्ठान – __________

Answer
शरीर, सत्त्व, इन्द्रिय (च. शा. 1)

26. व्याधि एवं सुख के आश्रय -__________

Answer
शरीर एवं मन

27. त्रिदण्ड – ________

Answer
सत्व, आत्मा, शरीर

28. त्रिस्तम्भ / त्रिस्थूण (सुश्रुत, काश्यप) – ________

Answer
वात, पित्त, कफ

29. त्रयोपस्तम्भ – ________

Answer
आहार, निद्रा, ब्रह्मचर्य (वाग्भट्ट – अब्रह्मचर्य) (Note :- वाग्भट्ट ‘अब्रह्मचर्य’ शब्द का भी प्रयोग करते हैं, जिसका अर्थ है ब्रह्मचर्य का अभाव, संभवतः यौन गतिविधि के उचित संयम को दर्शाने के लिए।)

चरक संहिता में उल्लिखित विशिष्ट स्थान

यह खंड चरक संहिता में कुछ रोगों या अवधारणाओं के उपचार या चर्चा से जुड़े विशिष्ट भौगोलिक स्थानों को सूचीबद्ध करता है।

30. दीर्घजीवीतीय अध्याय में किस स्थान का उल्लेख है – ________

Answer
पार्श्वे हिमवतः शुभे

31. जनपदोद्ध्वंस विमान – ________

Answer
पञ्चालक्षेत्रे काम्पिल्यराजधान्याम्, गंगातीरे घर्ममासे (पाञ्चाल क्षेत्र में, काम्पिल्य की राजधानी में, गंगा नदी के किनारे, घर्ममास में)

32. रक्तपित्त चिकित्सा – ________

Answer
पञ्चगङ्गे

33. उदर चिकित्सा – ________

Answer
कैलासे नन्दनोपमे

34. अतिसार चिकित्सा – ________

Answer
हिमवतः पार्श्वे

35. विसर्प चिकित्सा – ________

Answer
कैलासे किन्नराकीर्णे

36. योनिव्यापद् चिकित्सा – ________

Answer
हिमवतः पार्श्वे (Also in अतिसार चिकित्सा & दीर्घजीवितीय अध्याय)

37. उत्तरबस्ति सिद्धि – ________

Answer
पञ्चनदे पुरे

38. योगवाहि माना है :
आचार्य चरक ने – ____A____ को
आचार्य भावप्रकाश ने – ____B____ को
रसशास्त्र – ____C____ को
शार्ङ्गधर ने – ____D____ को

Answer
A = पिप्पली, वायु B = वायु, पारद, मधु, वत्सनाभ C = पारद & हीरक, D = विष

39. रिक्त स्थान भरिए :-
आयुर्वेद के आद्युपदेष्टा – ____A____
आयुर्वेद के आदिदेव – ____B____
आयुर्वेद के अक्षपाद – ____C____

Answer
A = ब्रह्मा, B = धन्वन्तरि, C = गौतम ऋषि

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