Charak Samhita – Sutrasthan 18

1. तीन भेद वाली 3 व्याधियाँ –

Answer
किलास, शोथ, रक्तपित
[TRICK : किशोर]

2. शोथ के तीन भेद :

Answer
वातज, पितज, कफज

3. शोथ के दो भेद :

Answer
निज, आगन्तुक

4. आगन्तुक शोथ के कारण :

Answer
भल्लातकपुष्पफलरस, आत्मगुप्ता शूक

5. आगन्तुक शोथ का उपशय/चिकित्सा :

Answer
बन्धमन्त्रागदप्रलेपप्रतापनिर्वापणादि

6. वातिक शोथ की सम्प्राप्ति और लक्षण :

Answer
* प्रकुपितस्त्वङ् मांसशोणितादि – सम्प्राप्ति
* क्षिप्रोत्थानप्रशमो भवति
* प्रकृतिवर्णो वा
* छिद्यत इव भिद्यत इव पीड्यत इव सूचीभिरिव तुद्यते [D/D कृमिज हृद्रोग]
* पिपीलिकाभिरिव संसृप्यते
* सर्षपकल्कावलिप्त इव चिमचिमायते
* पीडितान्युन्नमन्त्याशु (च. सू. 18/09)
* शोथो नक्तं प्रणश्यति – दिवाबली
* स्नेहोष्णमर्दनाभ्यां च प्रणश्येत्

7. पैतिक शोथ लक्षण :

Answer
* क्षिप्रोत्थानप्रशमो भवति
* मृदुः
* कपिलताम्ररोमा
* न च स्पर्शमुष्णं च सुषूयत इति पित्तशोथः
* पूर्वं मध्यात् प्रशूयते (च. सू. 18/12)
* तनुत्वक् चातिसारी

8. कफज शोथ लक्षण :

Answer
* कृच्छ्रोत्थानप्रशमो भवति
* गुरुः
* निपीडितो नोन्नमति (च. सू. 18/13)
* शस्त्रकुशच्छिन्नाच्छोणितं न प्रवर्तते

9. शोथ के विभिन्न भेद :
i. एकविध –

Answer
उत्सेधसामान्यात्

ii. द्विविध –
Answer
निज, आगन्तुक

iii. त्रिविध (च. चि. 12) –
Answer
सर्वगात्राश्रित, अर्धगात्राश्रित, अवयवाश्रित(एकाङ्ग)

iv. त्रिविध (माधव) –
Answer
उर्ध्वगत, मध्यगत, अधोगत

v. त्रिविध (वाग्भट-आकृति भेद) –
Answer
पृथु, उन्नत, ग्रथित

10. स्थानानुसार शोथ की साध्यता-असाध्यता :
स्त्री के मुख से, पुरुष के पैर से, दोनों के गुह्य से शुरु होकर सम्पूर्ण शरीर में फैल जाए तो –

Answer
कष्टसाध्य (चरक), असाध्य (सुश्रुत)

11. शोथ के उपद्रव :

Answer
वमन, श्वास, अरुचि, तृष्णा, ज्वर, अतिसार, दुर्बलता – सप्तकोऽयं
(TRICK : SAD V JAT)
सुश्रुत – 7 + हिक्का, कास
सप्तको द्रव्य संग्रह – कुष्ठ
सप्त धातवः – विसर्प
सप्तक बल – राजयक्ष्मा

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