Charak Samhita – Sutrasthan 19

अष्टोदरीय अध्याय

इस अध्याय में रोगों की नाम और संख्या दी गई है ।

1. सामान्यज विकार/रोगाधिकरण – 48

20 भेद वाले 3 रोग –

Answer
प्रमेह, योनिव्यापद्, क्रिमिरोग

8 भेद वाले 4 रोग –

Answer
उदररोग, मूत्राघात, क्षीरदोष, रेतोदोष
(उ. मा. क्षी. रे.)

7 भेद वाले 3 रोग –

Answer
कुष्ठ, पिडका, विसर्प

6 भेद वाले 2 रोग –

Answer
अतिसार, उदावर्त

5 भेद वाले 12 रोग –

Answer
गुल्म, प्लीहादोष, कास, श्वास, हिक्का, तृष्णा, छर्दि, भक्तस्यानशनस्थानाष्टि, शिरोरोग, हृद्रोग, पाण्डुरोग, उन्माद

4 भेद वाले 10 रोग –

Answer
अपस्मार, अक्षिरोग, कर्णरोग, प्रतिश्याय, मुखरोग, ग्रहणीदोष, मद, मूर्च्छा, शोष, क्लैब्य

3 भेद वाले 3 रोग –

Answer
शोथ, किलास, रक्तपित
[TRICK : किशोर]

2 भेद वाले 8 रोग –

Answer
ज्वर, व्रण, आयाम, गृध्रसी, कामला, आम, वातरक्त, अर्श

1 भेद वाले 3 रोग –

Answer
उरुस्तम्भ, संन्यास, महागद (अतत्वाभिनिवेश)
[TRICK : उमस]

8 भेद वाले 4 रोग :

1. उदररोग –

Answer
वातोदर, पित्तोदर, कफोदर, सन्निपातोदर, प्लीहोदर, बद्धोदर, छिद्रोदर, दकोदर

2. मूत्राघात –

Answer
वातज, पित्तज, कफज, सन्निपातज, अश्मरीजन्य, शर्कराजन्य, शुक्रदोषजन्य, रक्तदोषजन्य

3. क्षीरदोष –

Answer
वैवर्ण्य, वैगन्ध्य, वैरस्य, पैच्छिल्यं, फेनसंघात (दुग्ध में फेन का अधिक होना), रोक्ष्यं, गौरव, अतिस्नेह

4. शुक्रदोष –

Answer
तनु, शुष्क, फेनिल (शुक्र में फेन का होना), श्वेत (शुक्र का सफेद होना), पूति, पिच्छिल, अन्यधातूपहितम् (शुक्र में अन्य धातु का मिला होना), अवसादि (शुक्र निकलते समय शरीर में शून्यता और दुर्बलता का अधिक होना)

7 भेद वाले 3 रोग

1. कुष्ठ –

Answer
कपाल, उदुम्बर, मण्डल, ऋष्यजिह्व, पुण्डरीक, सिध्म, काकण

2. प्रमेह पिडका –

Answer
शराविका, कच्छपिका, जालिनी, सर्षपी, अलजी, विनता, विद्रधि

3. विसर्प –

Answer
वातज, पित्तज, कफज, अग्नि विसर्प, कर्दम विसर्प, ग्रन्थि विसर्प, सन्निपातज विसर्प (AIAPGET 2025)

6 भेद वाले 2 रोग