प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग
1. (अति लघु उत्तरीय प्रश्न) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अधिकतम 40 शब्दों में लिखिए : [2×10 = 20]
(क) आर्तव क्षय के लक्षण एवं चिकित्सा।
(ख) असृग्दर रोग में पथ्य-अपथ्य।
(ग) योनि धावन एवं औषधियां
(घ) नष्टपुष्पान्तक रस के घटक एवं उपयोग
(ङ) योनि अर्श की चिकित्सा
(च) Sign & Symptoms of Pelvic infection
(छ) PAP SMEAR
(ज) Uses of Cusco’s speculum
(झ) Complications of Intra-uterine contraceptive devices
(ञ) स्तन-विद्रधि की चिकित्सा
लघु उत्तरीय प्रश्न : (150 शब्द) [5×4 = 20]
(क) स्तन रोग के निदान, लक्षण एवं चिकित्सा
(ख) PNDT ACT (Pre-Natal Diagnostic Techniques)
(ग) योनि पिचु को बनाने की विधि एवं प्रयोग
(घ) Investigations in Male and Female Patient infertility
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न : (500 शब्द)
1. योनि-व्यापद रोगों की संख्या, निदान, सम्प्राप्ति, सामान्य चिकित्सा लिखते हुए सूचीमुखी एवं षण्डी योनि व्यापद पर विस्तार से लिखिए।
2. योनि भ्रंश (Genitial Prolapse) के कारण, लक्षण, भेद एवं चिकित्सा का उभयमतानुसार वर्णन कीजिए। [15]
3. उत्तरवस्ति की परिभाषा, काल, मात्रा, रोगाधिकार एवं विधि पर विस्तार से लिखिए। (15)
4. स्त्रियों में प्रयुक्त होने वाले विभिन्न प्रकार के गर्भ निरोधक उपायों का वर्णन करते हुए इसकी उपयोगिता पर लिखिए। [15]