AIAPGET
Charak Samhita – Poorvardh MCQs
Buy Now – Click here For More Information – 7691895979 (Whatsapp)
Buy Now – Click here For More Information – 7691895979 (Whatsapp)
Chapter 1 – दीर्घञ्जीवितीयध्याय Important topic covered Course Price Joining Link 1. अध्याय प्रवेश, चतुष्क, आयुर्वेदावतरण, भरद्वाज का इन्द्र के यहां गमन, इन्द्र के पर्याय, प्रथम सम्भाषा परिषद्, त्रिसूत्र आयुर्वेद Rs. 1 Click here 2. षट् पदार्थ वर्णन – अग्निवेशादि Read more…
चरक संहिता – सूत्रस्थान Chapter Name Course Price Joining Link 1. दीर्घञ्जीवितीयध्याय Rs. 3 Click here चरक संहिता – चिकित्सास्थान Chapter Name Course Price Joining Link 1. रसायनाध्याय Rs. 3 Click here Note :- Course price includes all the classes Read more…
रोग का धर्मादि प्राप्ति में बाधकत्व धर्मार्थकाममोक्षाणामारोग्यं मूलमुत्तमम् ॥१५॥ रोगास्तस्यापहर्तारः श्रेयसो जीवितस्य च । प्रादुर्भूतो मनुष्याणामन्तरायो महानयम् ॥१६॥ कः स्यात्तेषां शमोपाय इत्युक्त्वा ध्यानमास्थिताः । अथ ते शरणं शक्रं दद्दशुर्ध्यानचक्षुषा ॥१७॥ स वक्ष्यति शमोपायं यथावदमरप्रभुः । आरोग्य धर्म, अर्थ, काम और Read more…
मनुष्य के जीवन काल में 3 एषणाएँ (इच्छाएँ) होती हैं – प्राण-एषणा धन-एषणा परलोक-एषणा मनुष्य की आयु – सतयुग – 400 वर्ष त्रेतायुग – 300 वर्ष द्वापरयुग – 200 वर्ष कलयुग – 100 वर्ष अनुबन्ध चतुष्ट्य – अभिधय प्रयोजन सम्बन्ध Read more…
अश्रु का वेग रोकने से होने वाले रोग तथा चिकित्सा पीनसाक्षिशिरोहृद्रुङ्मन्यास्तम्भारुचिभ्रमाः । सगुल्मा बाष्पतस्तत्र स्वप्नो मद्यं प्रियाः कथाः।।6।। अश्रु का वेग रोकने से पीनस (प्रतिश्याय – नासास्राव), अक्षिरोग, शिरोरोग, हृद्रोग, मन्यास्तम्भ (Torticollis), अरुचि, भ्रम तथा गुल्म होता है। इसमें शयन, Read more…
उदगारवेगरोध जन्य रोग तथा उसकी चिकित्सा — धारणात् पुनः ॥7॥उद्गारस्यारुचिः कम्पो विबन्धो हृदयोरसोः । आध्मानकासहिध्माश्च हिध्मावत्तत्र भेषजम् ॥8॥ उद्गार (डकार) का वेग रोकने से अरुचि (भोजन में अनिच्छा/Anorexia) कम्प (अज्ञों का कांपना Tremor), हृदय एवं वक्ष में जकड़ाहट, आध्मान (Flatulance), Read more…
4. रोगानुत्पादनीय अध्याय जिस प्रकार का आचरण (आहार-विहार आदि) करने से रोगों की उत्पत्ति न हो अथवा जिस अध्याय में कहे जाने वाला विषय रोगों की उत्पत्ति को रोकने के लिए हितकारक है। वेगों को रोकने का निषेध वेगान्न धारयेद्वातविण्मूत्रक्षवतृटक्षुधाम् Read more…