गमन निर्देश, निषिद्ध कार्य, छींक आदि करने की विधि, आंगिक चेष्टाओं का निषेध, शारीरिक चेष्टाओं की मात्रा, मद्यविक्रय आदि का निषेध, अन्य निषिद्ध कर्म, अन्य सदुपदेश, सदाचार सूत्र, विकार पद्धति, सदवृत का उपसंहार
गमनादि का निर्देश चैत्यपूज्यध्वजाशस्तच्छायाभस्मतुषाशुचीन् ।नाक्रामेच्छर्करालोष्टबलिस्नानभुवो न च।।33।। चैत्य (किसी देवता से अधिष्ठित लोक-प्रसिद्ध वृक्ष अथवा मन्दिर), पूज्य (गुरुजन), ध्वजा (पताका, झण्डा) तथा अशस्त (अमंगल वस्तु) की छाया को लांघकर नहीं जाना चाहिए। भस्म (राख की ढेर), तुष (रेत), लोष्ट (मिट्टी का ढेला), बलिभूमि (जहाँ किसी देवता के निमित्त बलि या उपहार दिया हो) तथा स्नानभूमि (जहाँ …