आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान के ग्रन्थों में अनुसंधान की वैज्ञानिक अवधारणा (Contemporary medical sciences evidences of research in Ayurved classics)

आयुर्वेद के मूलभूत सिद्धांत पंचमहाभूत त्रिदोष षड्पदार्थ स्रोतस् अग्नि आयुर्वेद चिकित्सा का करण औषध द्रव्यों की संरचना, प्राप्तिस्थान, वर्गीकरण, उनके गुण-कर्म तथा उनकी कार्मुकता भी विज्ञान पर आधारित है। आयुर्वेद के औषध निर्माण के क्षेत्र में रसशास्त्र एवं भैषज्य कल्पना की विभिन्न औषध कल्पनाएं स्वरस-कल्क-शृत-शीत-फाण्ट-चूर्ण-आसव-अरिष्ट तथा रसौषधि-भस्म आदि रोगी एवं Read more…

आमवात – सन्धिवात – वातरक्त का सापेक्ष निदान

आमवात सन्धिवात वातरक्त 1. प्रायः बड़ी सन्धियों में (मुख्यतः मणिबन्ध) (wrist joint) प्रायः बड़ी सन्धियों में (मुख्यतः घुटने, कमर) in weight bearing joints प्रायः छोटी सन्धियों में (मुख्यतः पाद-अंगुष्ठ मूल) 2. वृश्चिकदंशवत् शूल सन्धि शूल मूषकदंशवत् शूल 3. शोथ रोग (Inflammatory Joint disease) अस्थि-सन्धि क्षयजन्य रोग (Degenerative Joint disease) चयापचय Read more…

आमवात

आम :- “जठरानलदौर्बल्यात् अविपक्वस्तु यो रसः । स आमसंज्ञको देहे सर्व दोषप्रकोपणः ।।” (मधुकोश) उदर की अग्नि की दुर्बलता से जो अविपक्व रस बनता है, उसे आम कहते है। यह शरीर में सभी दोषों को प्रकुपित करता है। “आमेन सहितः वातः आमवातः ।” आम वायु के साथ मिलकर पूरे शरीर Read more…

विरेचन कर्म की कार्मुकता (Mode of action of VIRECHAN KARMA)

आयुर्वेद मतानुसार:- विरेचक औषधि (उष्ण, तीक्ष्ण,सूक्ष्म, व्यावायी,विकाशी ) स्व वीर्य से हृदय में प्रवेश धमनियों में प्रवेश (हृदय आश्रित) स्थूल तथा अणु स्रोत में प्रवेश सम्पूर्ण शरीर में व्याप्त दोष संघात का विच्छिन्न करना अणुप्रवण भाव से द्रव्य का आमाशय में प्रवेश जल व पृथ्वी महाभूत की प्रधानता के कारण Read more…

वमन की कार्मुकता(mode of action of Vamana)

आयुर्वेद मतानुसार:- वामक औषध (उष्ण, तीक्ष्ण, सूक्ष्म, व्यवायि, विकासी गुण युक्त) स्ववीर्य से हृदय में प्रवेश धमनियों का अनुसरण स्थूल तथा अणु स्रोतों में प्रवेश सम्पूर्ण शरीर के दोष समूह पर क्रिया अणु प्रवण भाव से औषध का आमाशय में प्रवेश अग्नि और वायु की प्रधानता के कारण दोषों की Read more…

Vitamins

Taking vitamin tablets is fashionable now. Doctors, therefore, need to know the features of both deficiency and overdosage of major vitamins.Vitamins are organic substances in food which are required in small amounts but cann’t be synthesised in adequate quantity. Vitamin A (Retinol) Vitamin-A deficiency is one of the most common Read more…

Importance of Kriyakala in Chikitsa

चिकित्सा की योजना में क्रियाकाल का महत्व क्रिया = चिकित्साकाल = उचित समय सामान्य शब्दों में चिकित्सा का जो उचित समय है, उसे ही क्रियाकाल कहते हैं। अन्य शब्दों में विषम (कुपित) दोष जिस क्रम से रोग उत्पन्न करते हैं, उन्हें ही क्रियाकाल कहते हैं। क्रियाकाल का महत्व : क्रियाकाल Read more…