वैशेषिक दर्शन
मुख्य उपपाद्य विषय :- उन पदार्थों का विवेचन करना, जिनके मध्य जीवन पनपता-फूलता है। इसके प्रवर्तक – महर्षि कणाद या उलूक इस दर्शन का नाम ‘वैशेषिक कणाद’ तथा ‘औलूक दर्शन’ भी है। प्रतिपादक ग्रन्थ :- भाषापरिच्छेद, तर्कसंग्रह एवं मुक्तावली आदि । वैशेषिक सिद्धान्त में आत्मा को अनेक माना गया है। समस्त अर्थतत्त्व को वैशेषिक छ: …