BAMS Studies

Shalya Tantra – Basic Concepts

आयुर्वेद के आठ अंग –  तद्यथा- शल्यं, शालाक्यं, कायचिकित्सा, भूतविद्या, कौमारभृत्यम्, अगदतन्त्र, रसायनतन्त्र वाजीकरणतन्त्रमिति। (सु.सू. 1/7) सुश्रुत संहिता रचना – स्थान अध्याय 1. सूत्र 46 2. निदान 16 3. शारीर  10 4. चिकित्सा  40 5. कल्प  8 6. उत्तर 66 सुश्रुत संहिता में अष्टांग आयुर्वेद का वर्णन –  शालाक्य तंत्र           …

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कुपोषणजन्य विकार

प्राणिमात्र के लिए जीवन के प्रारम्भ (गर्भाधान) से लेकर जीवन-पर्यन्त आहार का एक महत्त्वपूर्ण स्थान है । भोजन के द्वारा ही जीवन के महत्त्वपूर्ण कार्य सम्पादित होते है – शारीरिक कार्यों हेतु ऊर्जा प्रदान करना ।  शरीर की चयापचय प्रक्रियाओं हेतु ।  शरीर की वृद्धि एवं विकास में ।  शरीर में प्रत्येक क्षण हो रहे …

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Vitamins

Taking vitamin tablets is fashionable now. Doctors, therefore, need to know the features of both deficiency and overdosage of major vitamins.Vitamins are organic substances in food which are required in small amounts but cann’t be synthesised in adequate quantity. Vitamin A (Retinol) Vitamin-A deficiency is one of the most common causes of blindness.It has a …

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Principles and Management of nutritional deficiency disorders.

Lack of food or essential nutrients also leads to disease. Sub-division of nutrients : Energy yielding Carbohydrates Proteins Fats Essential elements Vitamins Energy-yielding I. Carbohydrate (4 Kcal/gm) : They usually provide major part of energy in normal diet. If the carbohydrates intake is less than 100 gm per day, there occurs ketosis. Sugars are found …

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Importance of Kriyakala in Chikitsa

चिकित्सा की योजना में क्रियाकाल का महत्व क्रिया = चिकित्साकाल = उचित समय सामान्य शब्दों में चिकित्सा का जो उचित समय है, उसे ही क्रियाकाल कहते हैं। अन्य शब्दों में विषम (कुपित) दोष जिस क्रम से रोग उत्पन्न करते हैं, उन्हें ही क्रियाकाल कहते हैं। क्रियाकाल का महत्व : क्रियाकाल के ज्ञान से कुपित दोषों …

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दर्शन एवं उनका श्रेणी विभाजन

भारतीय दर्शनशास्त्रों को हम प्रमुखतः दो वर्गों में बाँट सकते हैं – ( क ) आस्तिक दर्शन – परलोक, ईश्वर तथा वेद में आस्था रखता है । ये दर्शन वेदमूलक होने के कारण ईश्वरीय ज्ञान से भरा पड़ा है। वेद का अर्थ होता है-ज्ञान, ईश्वरीय ज्ञान, सत्यतत्त्व का ज्ञान । दार्शनिक विषयों का आदिस्रोत वेद …

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Important questions for hygiene (Swasthavritta) – Paper II

मातृ एवम् शिशु कल्याण कार्यक्रम की विस्तृत व्याख्या कीजिए। [15] वायु प्रदूषण का वर्णन करते हुए वेन्टीलेशन (Ventilation) के प्रकारों का वर्णन कीजिए। [15] 3. निम्नलिखित पर टिप्पणियाँ लिखिए : [5×4 = 20] (क) Life style disorder (ख) Public health administration (ग) Disposal of Dead body (घ) W.H.O. 4. स्वस्थवृत्त की दृष्टि से संक्रामक रोगों …

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