शालाक्य तंत्र निरुक्ति, परिचय, इतिहास
शालाक्य तंत्र की निरुक्ति :- शलाकया यत्कर्म क्रियते तच्छालाक्यम, शलाकाप्रधानं कर्मशालाक्यम्, तत्प्रधान तन्त्रमपि शालाक्यम्। (डल्हण) शलाका द्वारा कर्म किये जाने के कारण इसे शालाक्य कहते हैं। शलाका प्रधान कर्म को शालाक्य कहते हैं, इसका प्रमुख तंत्र शालाक्य तंत्र कहलाता है। दृष्टि विशारदाः शालाकिनः। (डल्हण) नेत्र विद्या के चिकित्सकों को शलाकिन कहते हैं। शालाक्य तंत्र का […]
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