विरेचन कर्म
उत्पत्ति:- वि उपसर्ग पूर्वक रिच् धातु में णिच् तथा ल्युट प्रत्यय लगने से विरेचन शब्द की उत्पत्ति होती है। जिसका अर्थ मल को बाहर निकालना है। परिभाषा:- तत्र दोषहरणम् अधोभागम् विरेचन संज्ञकम्। अधो भाग से मल तथा दोषो को बाहर निकालने की क्रिया को विरेचन कहते हैं। दोष प्रभाव:- पित्त। विरेचन द्रव्यों के गुण:- उष्ण:- …