Dr. Abhishek Ranjan

विरेचन कर्म

उत्पत्ति:- वि उपसर्ग पूर्वक रिच् धातु में णिच् तथा ल्युट प्रत्यय लगने से विरेचन शब्द की उत्पत्ति होती है। जिसका अर्थ मल को बाहर निकालना है। परिभाषा:- तत्र दोषहरणम् अधोभागम् विरेचन संज्ञकम्। अधो भाग से मल तथा दोषो को बाहर निकालने की क्रिया को विरेचन कहते हैं। दोष प्रभाव:- पित्त। विरेचन द्रव्यों के गुण:- उष्ण:- …

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विरेचन कर्म की कार्मुकता (Mode of action of VIRECHAN KARMA)

आयुर्वेद मतानुसार:- विरेचक औषधि (उष्ण, तीक्ष्ण,सूक्ष्म, व्यावायी,विकाशी ) स्व वीर्य से हृदय में प्रवेश धमनियों में प्रवेश (हृदय आश्रित) स्थूल तथा अणु स्रोत में प्रवेश सम्पूर्ण शरीर में व्याप्त दोष संघात का विच्छिन्न करना अणुप्रवण भाव से द्रव्य का आमाशय में प्रवेश जल व पृथ्वी महाभूत की प्रधानता के कारण अध: प्रवृत्ति विरेचन का होना …

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वमन की कार्मुकता(mode of action of Vamana)

आयुर्वेद मतानुसार:- वामक औषध (उष्ण, तीक्ष्ण, सूक्ष्म, व्यवायि, विकासी गुण युक्त) स्ववीर्य से हृदय में प्रवेश धमनियों का अनुसरण स्थूल तथा अणु स्रोतों में प्रवेश सम्पूर्ण शरीर के दोष समूह पर क्रिया अणु प्रवण भाव से औषध का आमाशय में प्रवेश अग्नि और वायु की प्रधानता के कारण दोषों की उर्ध्व गति उदान वायु से …

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वमन कर्म

उत्पत्ति:- ‘वम्’ मे ल्युट प्रत्यय लगने से वमन शब्द बनता है। पर्याय:- छर्दि,प्रच्छर्दन,निःसारन परिभाषा:- तत्र दोषहरणमूर्ध्वभाग वमनसंज्ञकम्। वमन कप दोष में कराया जाता है। वमन के योग्य:- पीनस श्वास कास कुष्ठ अजीर्ण उन्माद विसर्प हृदय रोग अतिसार पांडू प्रमेह नव ज्वर ग्रंथि अपची कलरफुल स्तन्य दुष्टि वमन के अयोग्य:- बाल वृद्ध सुकुमार दुर्बल क्षुधित श्रान्त …

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Important questions for panchkarma

अति लघुत्तरात्मक प्रश्न (२० शब्द) (1) लेप के प्रकार लिखिए । Write the types of Lepa (2) गंडूष को समझाए । Explain Gandoosh (3) रुक्षण चिकित्सा के योग्य लिखिए । Write the indications of Rookshana therapy (4) What is wax therapy – मोम चिकित्सा क्या है। (5) अष्ट महादोषकर भाव लिखिए । Write Ashta Mahadoshakarabhava. …

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ANKYLOSING SPONDYLITIS

It is a chronic disease characterized by a inflammatory stiffening of the joints. Common site :- Sacro-iliac joint Causes :- Genetic marker HLA-B27 is responsible for this disease. Pathogenesis:- Inflammation of synovial membrane known as synovitis Cartilage destruction Bone erosion Leads to fibrosis Bone fusion (ankyloses) Spine permanently stiff. Clinical feature:- Pain and stiffness of …

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Important questions of shalya tantra paper 2nd .

अति लघुत्तरात्मक प्रश्न (सभी प्रश्नों के उत्तर२० शब्दों मैं दे।) (1) Colle’s Fracture.(कोलीस फ्रैक्चर) (2) Osteomalacia.(अस्थिक्षय)। (3) Hiatus Hernia.(हायट्स हर्निया)। (4) Ascites.(जलोदर) (5) Murphy’s syndrome.(मर्फीस सिंड्रोम) (6) Imperforated Anus.(छिद्रहीन गुदा) (7) Pruritus ani(गुद कण्डु) (8) Gray Turner’s sign (9) ERCP (ई.आर.सी.पी) (10) Types of Hydrocele. वृद्धिरोग के प्रकार (11) Hesselbach’s Triangle. (12) Types of dislocation. …

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Important questions of kaya chikitsa 1st Paper

अति लघुत्तरात्मक प्रश्न (२० शब्द) (1) Write the derivation of Chikitsa चिकित्सा की परिभाषा लिखे। (2) Enlist the name of Chikitsa Chatuspada. चिकित्सीय चतुष्पाद के नाम लिखें। (3) Write the symptoms of Kapha Prakopa. कफ प्रकोप के लक्षण लिखें। (4) Write the symotoms of Ojo kshaya. ओज क्षय के लक्षण लिखें। (5) Write the symptoms …

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Important questions for shalakya tantra (paper 1)

अतिलघुत्तरात्मक प्रश्न (२० शब्द) शालाक्य तंत्र की परिभाषा लिखें। संधिगत रोगो के नाम लिखते हुए साध्यता-असाध्यता समझाये। Explain Dacrocystitis. Elaborate the types of conjunctivitis. Write the effect of atropine at pupil. Write the normal value of IOP. पक्ष्मकोप की चिकित्सा लिखें। अंजननामिका के लक्षण लिखें। Write the causes of trachoma. Write the classification of glaucoma. …

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