BAMS Studies

Charak Samhita 1 – Dravya – Guna – Karma aur Samvaya

    द्रव्य – गुण – कर्म और समवाय का वर्णन I. द्रव्य वर्णन (Description of Dravya):-              “खादीन्यात्मा मनः कालो दिशश्च द्रव्यसंग्रहः । सेन्द्रियं चेतनं द्रव्यं , निरिन्द्रियमचेतनम् ।” आकाश आदि ( आकाश , वायु , अग्नि , जल और पृथ्वी ) पञ्चमहाभूत द्रव्य तथा आत्मा , मन , […]

Charak Samhita 1 – Dravya – Guna – Karma aur Samvaya Read More »

Charak Samhita – Moolini evum Phalini dravya

                                    द्रव्यों का वर्गीकरण :- मुलिन्यः षोडशैकोना फलिन्यो विंशतिः स्मृताः ।। महास्नेहाश्च चत्वारः पञ्चैव लवणानि च । अष्टौ मूत्राणि संख्यातान्यष्टावेव पयांसि च ॥ शोधनाश्च षड् वृक्षाः पुनर्वसुनिदर्शिताः । य एतान् वेत्ति संयोक्तुं विकारेषु स वेदवित् ॥ मूलिनी (जिनकी

Charak Samhita – Moolini evum Phalini dravya Read More »

Charak Samhita – Samprapti ke bhed

  संख्याप्राधान्यविधिविकल्पबलकालविशेषैर्भिद्यते  १. संख्या २. प्राधान्य ३. विधि ४ . विकल्प ५. बल काल – विशेष भेद से ५ प्रकार की होती है । (1) संख्या सम्प्राप्ति :- संख्या तावद्यथा – अष्टौ ज्वराः, पञ्च गुल्माः, सप्त कुष्ठान्येवमादिः  संख्या, जैसे — आठ ज्वर, पाँच गुल्म, सात कुष्ठ आदि । (2) प्राधान्य  सम्प्राप्ति :- प्राधान्यं पुनर्दोषाणां तरतमाभ्यामुपलभ्यते

Charak Samhita – Samprapti ke bhed Read More »

Charak Samhita 1 – Rasa

दशविध परीक्ष्य :- कारण करण कार्ययोनि कार्य कार्यफल अनुबन्ध देश काल प्रवृत्ति उपाय वात के गुण और चिकित्सासूत्र – रूक्षः शीतो लघुः सूक्ष्मश्चलोऽथ विशदः खरः । विपरीतगुणैर्द्रव्यैर्मारुतः सम्प्रशाम्यति ।। रूक्ष, शीत, लघु (हलका), सूक्ष्म, चल (गतिशील), विशद और खर ये वायु के गुण हैं । वह उक्त गुणों के विपरीत (स्निग्ध , उष्ण , गुरु

Charak Samhita 1 – Rasa Read More »

उदकवह स्रोतस की व्याधियां || udakvah sarotas diseases

उदकवहानां स्रोतसां तालुमूलं क्लोम च, प्रदुष्टानां तु खल्वेषामिदं विशेषविज्ञानं भवति, तद्यथा- जिह्वाताल्वोष्ठकण्ठक्लोमशोषं पिपासां चातिप्रवृद्वां दृष्टोदकवहान्यल्य स्रोतांसि प्रदुष्यनीति विद्यात्। (च. वि. 5/8) उदकवह स्रोतस का मूल तालु व क्लोम हैं। आचार्य चरक मतानुसार उदकवह स्रोतस के दुष्ट होने पर जिह्वा, तालु, ओष्ठ, कण्ठ, क्लोम, शोष तथा अति प्रवृद्ध पिपासा उत्पन्न होती है। उदकवहे द्वे, तयोर्मूलं तालु

उदकवह स्रोतस की व्याधियां || udakvah sarotas diseases Read More »

Charak Samhita – Upsaya – Samprapti

उपशय (Therapeutic Suitability) :- उपशयः पुनर्हेतुव्याधिविपरीतानां विपरीतार्थकारिणां चौषधाहारविहाराणामुपयोगः सुखानुबन्धः   १. हेतुविपरीत २. व्याधिविपरीत ३. हेतु – व्याधि उभयविपरीत ४. हेतुविपरीतार्थकारी ५ .व्याधिविपरीतार्थकारी ६. हेतु – व्याधि उभयविपरीतार्थकारी औषध, अन्न तथा आहार के परिणाम में सुखप्रद उपयोग को उपशय कहते हैं ।   उपशय – भेदबोधक सारणी (१) हेतुविपरीत शीत कफज्वर में शुण्ठी आदि उष्ण

Charak Samhita – Upsaya – Samprapti Read More »

Charak Samhita 1 – Ayurveda ka Adhikarana – Ayurveda ka paryojan – Dosha

                                             प्रयोजनं चास्य स्वस्थ्यस्य स्वास्थ्यरक्षणमातुरस्य विकारप्रशमनं च ।   This Post contains a brief description on :- त्रिदण्ड और आयुर्वेद का अधिकरण आयुर्वेद का प्रयोजन रोगों के त्रिविध हेतु दोष एवं उनका चिकित्सासूत्र त्रिदण्ड

Charak Samhita 1 – Ayurveda ka Adhikarana – Ayurveda ka paryojan – Dosha Read More »

Charak Samhita 1 – Samanya aur vishesh – सामान्य और विशेष

                                सामान्य और विशेष का लक्षण :- सर्वदा सर्वभावानां सामान्यं वृद्धिकारणम् । ह्रासहेतुर्विशेषश्च, प्रवृत्तिरुभयस्य तु ॥ सामान्य सदैव सभी भावों (द्रव्य-गुण-कर्म) की वृद्धि का कारण होता है और विशेष सदैव सभी भावों के ह्रास (कमी) का कारण होता है। सामान्यमेकत्वकरं,

Charak Samhita 1 – Samanya aur vishesh – सामान्य और विशेष Read More »

 Charak Samhita 1 – Aayu aur ayurveda – Trisutra ayurveda

                   1. दीर्घञ्जीवितीयमधायायं व्याख्यास्यामः   Charak Samhita 1 – Aayu aur ayurveda – Trisutra ayurveda This post contains brief description about : i. Aayu ii. Defination of ayurveda iii. Trisutra ayurveda इस अध्याय के सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं की संक्षिप्त रूप से व्याख्या की जा रही है । 1.

 Charak Samhita 1 – Aayu aur ayurveda – Trisutra ayurveda Read More »

Charak Samhita – Jawar Nidan – Panch Nidan

                                अथातो ज्वरनिदानं व्याख्यास्यामः                                                      पञ्चनिदान निदान के पर्याय और प्रकार (Synonyms and Types of

Charak Samhita – Jawar Nidan – Panch Nidan Read More »